राजस्थान में ब्याव बिना गीतां रे पूरा नी व्है ।ओ कैवां तो घणो सही है क कोई भी उछब तीज.तिवांर ,झडूलो, सगाई, सीख. बधावणो ,देवी देवता, हर मौके रे जोग रसीळी रागां में गीत मौजूद है । इण में हरजस, भजन , रातीजोगा रा गीत, बना..बनी रा गीत, दिनूंगै रा गीत अर केई तरै रा गीत सामिल है। ब्याव रै मौके हर रीत रै गीतां रे सागै बना इ गाइजै जिका ब्याव में खासो उछाव भर दै । इण बना रै भंडार में सूं एक ओ बनो है ....
बना ओ बेगी बेगी जोई रज री बाट
बना ओ बेगी बेगी जोई रज री बाट
मोड़ा ओ किस विध आविया जी म्हारा राज
बनी गयो थो जोशीजी रे पास
लगन लिखाविया जी म्हारा राज
बना ओ लगन लिखावै थारां बाबोसा
भंवर चिंता क्यूं करो जी म्हारा राज
बना ओ मेष अंधारी रात
गळयां मे डरपो एकला जी म्हारा राज
ना ए बनी नाइजी रो बेटो रज रे साथ
चरागां रो चांनणो जी म्हारा राज ॥
बना ओ बेगी बेगी जोइ रज री बाट
मोड़ा किस विध आविया जी म्हारा राज
बनी गयो थो सिरोया रे हाट
चुड लो चिरावियो जी म्हारा राज
बना ओ चुड लो चिरावै थारां काकोसा
भंवर चिंता क्यूं करोजी म्हारा राज
बना..........राज॥
बना ओ बेगी बेगी जोइ रज री बाट
मोड़ा किस विध आविया जी म्हारा राज
बनी गयो थो पाटुड़ा रे हाट
पडलो मोलाविया जी म्हारा राज
बना ओ पडलो मोलावै थारां मामोसा
भंवर चिंता क्यूं करो जी म्हारा राज
बना......राज॥
बना ओ बेगी बेगी जोइ रज री बाट
मोड़ा ओ किस विध आविया जी म्हारा राज
बनी गयो मोचिया रे हाट
मोजरियां मोलाविया जी म्हारा राज
बना ओ मोजरियां मोलावे थारां वीरोसा
भंवर चिंता क्यूं करोजी म्हारा राज
बना........राज ॥
बना ओ बेगी बेगी जोइ रज री बाट
मोड़ा ओ किस विध आविया जी म्हारा राज
बनी गयो थो बजाजी रे हाट
वरियां मोलाविया जी म्हारा राज
बना ओ वरियां मोलावे थारां जीजोसा
भंवर चिंता क्यूं करो जी म्हारा राज
बना ओ मेष अंधारी रात
सैंरा में डरपो एकला जी म्हारा राज
ना ए बनी नाईजी रो बेटो म्हारे साथ
चरागां रो चांनणो जी म्हारा राज ॥
रविवार, 4 जुलाई 2010
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bahut sundar kintu theek se samjh nahee aaye yah geet .
जवाब देंहटाएंहुकम, आपरौ राजस्थानी ब्लोग देख’र मन घणौ राजी व्हियौ सा :)
जवाब देंहटाएंचोखो कलेक्शन भेळौ कर्यौ छै. आशा करूं कै आप इब राजस्थानी कवितावां अर कहाणिया लिख’र राजस्थानी साहित नै आपरै हुनर सूं पावन करौला.
जै राजस्थानी!
जै माता राणी भटियाणी!!
समझ नहीं आया अभी तो कुछ पर कोशिश जारी रहेगी धन्यवाद
जवाब देंहटाएंआपरो ओ संग्रह घणो चोखो लागो,धन्यवाद
जवाब देंहटाएंजै माता राणी भटियाणी!!
जवाब देंहटाएं.
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भाटी दशरथ सिंह, रामसीन