वीरो गीत
बजारों में बाजै जंगी ढोल
दरवाजे नौपत घुर रया जी
आया म्हारा जामण जाया वीर!
चुनड़ लाया रेशम जी
आया म्हारा माता जाया वीर
चूनड़ लाया पचरंगी जी !
पल्लां उपर हीरां रो जड़ाव
घूंघटा पर घूघरा जी
नापूं तो हाथ पांच!
तोलूं तो पूरा तोळा तीसरी
मेलूं तो तरसे म्हारो जीव
ओढूं तो हीरा झड़ पड़े जी !
ओढूं म्हारा लाडलड़ा रै ब्याव
च्यारुं पल्ला रळकंता जी
देखे म्हारा देवर जेठ!
सायब आवे मुळकंता जी
देखे म्हारा सोई परवार
सायब देखे मुळकंता जी !
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ओ तो मायरा रो गीत है।
जवाब देंहटाएंचोखो है।
सुन्दर..
जवाब देंहटाएंghani khamma !
जवाब देंहटाएंaachcho laagya .
sadhuwad!